जय श्रीराम कहने पर कर दी दिल्ली के रिंकु शर्मा की हत्या, खून देकर की थी आरोपी परिवार की मदद

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नेशनल डेस्कः दिल्ली के मंगोलपुरी में बुधवार रात को 25 साल के रिंकु शर्मा की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गई। लेकिन परिवार वालों ने हत्या की जो वजह बताई, उसे सुनकर आप सन्न रह जाएंगे। पीड़ित परिवार का कहना है कि रिंकु की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि कुछ लोगों को उसके जय श्रीराम कहने पर आपत्ति थी। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस संबंध में कई बार रिंकु को धमकियां भी मिली थीं। हत्या का आरोप रिंकु के पड़ोस में ही रहने वाले इस्लाम, जाहिद, दानिश और नाटू पर लगा है। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

मुश्किल वक्त में रिंकु ने हत्यारोपित की खून देकर की थी मदद

वहीं, पड़ोसियों ने बताया कि रिंकु की हत्या का आरोप जिस इस्लाम पर लगा है। कोरोना काल में उसी की पत्नी को रिंकु ने अपना खुन देकर मदद की थी। हालांकि पुलिस ने जय श्रीराम वाली थ्योरी को नकार दिया है। पुलिस के अनुसार घटना वाले दिन रिंकु आकाश की बर्थडे पार्टी में गया था। वहीं, आरोपी पक्ष के साथ किसी बात को लेकर उसका झगड़ा हो गया और उन्होंने रिंकु की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस की थ्योरी पर यहां सवाल खड़े होते हैं क्योंकि सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि 12 से 15 लोग लाठी डंडे और छूरी लेकर पूरी तैयारी के साथ रिंकु को मारने गए थे।

क्या हुआ था घटना वाली रात

रिंकु के भाई मनु शर्मा ने बताया कि 10 फरवरी को रिंकु रात को बर्थडे पार्टी से घर लौट रहा था। घर के नजदीक ही आरोपी घात लगाए बैठे थे। अकेला पाकर आरोपियों ने भाई पर हमला बोल दिया। इलाज के लिए जब हम भाई को अस्पताल ले गए तो आरोपी वहां पहले से ही थे। उन्होंने रिंकू की पीठ में लगा चाकु और पीठ में घुमा दिया। साथ ही मां के साथ भी मारपीट की।

आरोपी

श्रीराम शोभा यात्रा निकालने से खुन्नस में थे आरोपी

मनु शर्मा ने बताया कि भाई रिंकु विश्व हिंदू परिषद का सदस्य था। बीते साल 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन था। इसी के उपलक्ष्य में हमने एक श्रीराम शोभायात्रा आयोजित की थी। इसी बात को लेकर हमारे पड़ोस में रहने वाला इस्लाम का परिवार खुन्नस में चल रहा था। भाई को इस संबंध में कई बार धमकी भी दी गई। लेकिन पड़ोस का मामला होने के चलते हमने इसे ज्यादा तूल नहीं दिया। वहीं, पीड़ित परिवार के पड़ोसी राजपाल ने बताया कि पिछले साल 5 अगस्त से ही आरोपियों का परिवार श्रीराम शोभायात्रा को लेकर पीड़ित परिवार से नाराज था। इस साल 26 जनवरी को भव्य राममंदिर निर्माण के लिए भी रैली निकाली गई थी। इससे भी आरोपित नाराज थे।
राजपाल ने हैरानी जताते हुए बताया कि कोरोना काल में रिंकु ने ही इस्लाम के पिता को अस्पताल में भर्ती कराया था। साथ ही मुश्किल हालात में आरोपी परिवार को अपना दो यूनिट ब्लड भी दिया, लेकिन इस्लाम ने ही रिंकु की हत्या कर दी।

मां को देखकर रिंकु बोला जय श्रीराम

रिंकु की मां राधा शर्मा ने बताया कि आरोपितो के हमले में बेटा बुरी तरह से घायल था। वह खून से लथपथ था। लेकिन मुझे देखकर बोला मां जय श्रीराम जय श्रीराम।

भाई मनु शर्मा ने पुलिस की कार्रवाई पर खड़े किए सवाल

रिंकु के भाई मनु शर्मा ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए हैं। मनु का कहना है कि पुलिस ने पांच आरोपितो को हिरासत में लिया था। लेकिन पांचवे आरोपी को छोड़ दिया गया। वहीं तो उनका हेड था।

दिल्ली पुलिस ने कहा, धार्मिक एंगल की होगी जांच

वहीं, इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि हम हत्याकांड की धार्मिक एंगल से भी जांच करेंगे। लेकिन यहां सवाल उठता है कि राम के ही देश में अगर जय श्रीराम कहने पर हत्या हो जाए तो इस सभ्य समाज को सोचना होगा कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। राजनीति से इस समस्या का समाधान नहीं निकल सकता। क्योंकि कुछ पार्टियां तो श्रीराम के वजूद पर ही सवाल खड़े करती हैं, तो कहीं की मुख्यमंत्री को जय श्रीराम के नारे से ही चिढ़ है।

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