हरियाणा डेस्कः प्रदेश में बिजली चोरी के खिलाफ शनिवार को हिसार, रेवाड़ी धारुहेडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में एक साथ छापेमारी की गई। ऐसा पहली बार है कि बिजली विभाग ने एक ही दिन मे 236 टीम बनाकर 1215 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी। इसमें 1100 से अधिक बिजली चोरी के मामले उद्योगों के हैं। बिजली बोर्ड की इस कार्रवाई में 100 करोड़ रुपये वसूलें जाएंगे। विभाग की कार्रवाई में पता चला की करीब 3 हजार किलोवाट की चोरी हो रही थी। इस कार्रवाई में बिजली विभाग के दो डायरेक्टर, 6 एससी, चीफ इंजीनियर व एक्शन, जेई व अन्य अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने अपने चंडीगढ़ स्थित निवास पर खुद मीडिया को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह छापेमारी 5 बड़े शहरों के उद्योगों पर की गई है। इनमें गुरुग्राम, धारूहेड़ा, फरीदाबाद, रेवाड़ी व हिसार शामिल हैं। इंडस्ट्री में चोरी पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर छापे मारे गए। इन छापों के जरिये सरकार प्रदेश के नागरिकों को यह संदेश देना चाहती है कि बिजली चोरी अब किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी।
बिजली चोरी कराने में कई अधिकारी भी शामिल
बिजली मंत्री ने बताया कि छापेमारी में तारों में कट, मीटर में गड़बड़ी आदि के कई मामले सामने आए हैं। चोरी कराने में कई अधिकारी भी शामिल पाए गए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिजली चोरी से एकदम लाइन लॉस नीचे आएगा। लाइन लॉस कम होने से बिजली क्षमता में सुधार आएगा। इससे उपभोक्ताओं को और भी सस्ती बिजली मिल पाएगी।
इतिहास में पहली बार चोरी पकड़ने के लिए बड़ी कार्रवाई
हरियाणा के इतिहास में पहली बार बिजली चोरी पकड़ने के लिए इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है। लम्बे इनपुट के आधार पर यह छापेमारी की गई।बिजली चोरी को बिल्कुल बन्द करने के लिए ये कार्रवाई की जाएगी। इसलिए सभी उपभोक्ता ईमानदारी से अपना बिल भरें। इससे विभाग का राजस्व बढेगा और उपभोक्ताओं को अच्छी सुविधा मिलेगी।उद्योगों में हो रही बिजली चोरी के खिलाफ बड़े स्तर पर छापेमारी से बिजली चोरी में काफी कमी आएगी।