24 नवम्बर को तुर्की के 2 F-16 फाइटर प्लेन ने रूस के 1 su-24 को मार गिराया। इस पर दोनों देशो के बीच तनाव बढ़ गया है। तुर्की ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि
उसने रूस के पायलट को 5 मिनट में 10 बार चेतावनी दी थी कि वह तुर्की हवाई क्षेत्र में परवेश कर गया है।
इसके लिए उसने वो ऑडियो क्लिप भी सार्वजानिक कर दी है। तुर्की ने अपना पक्ष रखते हुए आगे कहा कि
अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार तुर्की का यह अधिकार है कि वह अपने हवाई क्षेत्र में उल्घंन को रोके।
इसका खंडन करते हुए रूस ने कहा है कि
su-24 सीरिया के हवाई क्षेत्र में ही था और जब वह गिरा तो वह सीरिया की सीमा में 4 किलोमीटर तक अंदर था।
रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि
सीरिया ने पीठ में खंजर घोपा है।
इसी के जवाब में रूस ने su- 400 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल तुर्की से सटे सिरयाई प्रान्त लताकिया में तैनात कर दी है। अब रूस तुर्की पर आर्थिक प्रतिबंद लगाने की तैयारी कर रहा है। रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने बताया के रूस ने तुर्की के साथ चल रही सारी सयुंक्त परियोजनाओ को रोक दिया है। तुर्की खाद्य-पदार्थो और ईधन के लिए रूस पर काफी हद तक निर्भर करता है।
रूस के राष्ट्रपति ने इससे पहले कहा था कि वह तुर्की से इस सब घटनाक्रम के लिए माफ़ी मांगने का और रूस की क्षतिपूर्ति का इन्तजार कर रहा है।