नेशनल डेस्कः गोरखनाथ मंदिर में रविवार शाम को एक युवक ने हमला बोल दिया। इसमें मंदिर की सुरक्षा में तैनात दो सिपाही बुरी तरह से घायल हो गए। हमलावर युवक की पहचान मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है। फिलहाल हमलावर युवक पुलिस की गिरफ्त में हैं और उससे सुरक्षाकर्मी पूछताछ करने में जुटे हैं। हमलावर युवक के पास से पुलिस को लैपटॉप,पैन कार्ड और एयरलाइंस का टिकट बरामद हुआ है। इस आतंकी वारदात के बाद पुलिस ने गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
क्या है पूरा मामला
रविवार का दिन शाम के करीब 7 बज रहे थे । गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में लगी पीएसी बटालियन के जवान गोपाल गौड़ और अनिल कुमार पासवान मंदिर के दक्षिणी गेट पर तैनात थे।
मंदिर के उत्तरी और पूर्वी गेट को पारकर एक युवक तेजी से आया। मुख्य गेट पर तैनात सिपाही गोपाल के करीब पहुंच गया। हमलावर मूर्तजा ने सिपाही से हथियार छीनने की कोशिश करी। लेकिन नाकाम रहा। इसके बाद हमलावर ने सिपाही पर धारदार हथियार से हमला शुरु कर दिया। अन्य सिपाही जब वारदात स्थल की ओर भागे तो उनको अपनी ओर आता देख कर मुर्तजा ने जोर जोर से अल्हाह-हू-अकबर के नारे लगाने शुरू कर दिए। बताया जा रहा है कि मुर्तजा ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करी है। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ की जा रही है।
हमलावर ने बताया, इसलिए किया हमला
जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती होने से पहले अहमद मुर्तजा ने बताया कि उसकी शादी हुई थी। लेकिन पत्नी छोड़कर चली गई और उसकी नौकरी भी छूट गई है। इसलिए वह अवसाद में रहता था। उसने आगे बताया कि वह कई रातों से सोया भी नहीं है और परेशान चल रहा है। वह चाहता था कि कोई उसे गोली मार दे। इसलिए उसने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। लेकिन आरोपी की बात गले से इसलिए नहीं उतर रही है क्योंकि अगर कोई व्यक्ति अवसाद में है और चाहता है कि कोई उसे गोली मार दे तो अवसाद ग्रस्त मानसिकता वाला व्यक्ति इतनी योजनाबद्ध तरीके से कैसे काम कर सकता है? पहले उसने हवाई टिकट बुक किया, फिर मुंबई से गोरखपुर आया, फिर पुलिसकर्मियों से हथियार छीनने की कोशिश करी। असफल रहा तो हमला कर दिया। ये काम तो वह मुंबई में आसानी से कर सकता था। साथ ही हिंदू धार्मिक स्थल ही क्यों चुना? ये भी अपने आप में बड़ा सवाल है।
योगी ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए, यूपी सरकार ने आतंकी एंगल की जांच का भी निर्णय लिया है। यूपी सरकार ने जांच की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (UP ATS) को दे दी है।