नेशनल डेस्कः विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की युवा शाखा बजरंग दल ने कश्मीर घाटी में हुए हिन्दू-सिखों की नृशंस हत्याओं के विरुद्ध शनिवार को देश भर में विरोध प्रदर्शन किया। बजरंग दल के लाखों कार्यकर्ता जम्मू से कन्याकुमारी तक व गुवाहाटी से जैसलमेर तक करीब 3500 स्थानों पर आतंकवाद का पूतला फूंका।
विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने मदुरै में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए दोहराया कि कश्मीर घाटी में पाँच दिनों में सात भारतीयों की नृशंस हत्याएं विश्व समुदाय की आँखें खोलने वाली हैं। आतंकवाद को राजनैतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने वाले पाकिस्तान का विश्व समुदाय द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिए।
कश्मीर में हर हिंदू को आत्मरक्षा के लिए मिले हथियार
कन्याकुमारी में बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी ने कहा कि 1309 वर्षों से भारत इस्लामी आतंकवाद से लड़ रहा है। हम इसे एक-एक आतंकवादी की समाप्ति तक लड़ेंगे। कश्मीर में एक बार फिर से 1990 के दशक की तरह चुन चुन कर हिंदुओं की हत्याएं की जा रही है। यह सब सीमा पार से पाकिस्तान प्रेरित आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35A के हटने के बाद अब अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के कारण आतंकवादी घटनाओं में एका-एक वृद्धि हुई है। भारत सरकार कश्मीर से हो रहे हिन्दुओं के पलायन को रोके। उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करें और कश्मीर के हर एक हिंदू को आत्मरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस जारी करे। इसके अलावा विस्थापितों के सुरक्षित पुनर्वास की व्यवस्था करे।
कर्नाटक के बेंगलुरु में बजरंग दल के राष्ट्रीय सह-संयोजक सूर्य नारायण ने कहा कि आतंकी या तो अपने आकाओं के पास आतंकिस्तान लौट जाएं अन्यथा देश का हिन्दू युवा इसका प्रतिकार करना जानता है। कार्यकर्ताओं को उत्तर भारत के पटना में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रविंद्र नारायण सिंह ने, दक्षिण भारत के चेन्नई में केन्द्रीय कार्याध्यक्ष सीनीयर एडवोकेट आलोक कुमार तथा मदुरै में विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे तथा पश्चिम भारत के नागपुर में विहिप के केन्द्रीय महामंत्री (संगठन) विनायक राव देशपांडे ने संबोधित किया।
विपक्षी नेताओं पर साधा निशाना
विहिप के दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक पर्यटन करने वाले जिहादियों के शुभ चिंतकों को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि जब हिंदुओं-सिखों को चुन-चुनकर मारा जाता है तो उनके मुंह में दही क्यों जम जाता है? उनका सेक्यूलरिज्म उस समय क्यों मर जाता है जब हिन्दू मारा जाता है? ध्यान रहे कि इस्लामिक आतंकवादी सांपों को दूध पिलाने वाले स्वयं भी सुरक्षित नहीं हैं।