
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे के मंगलवार सुबह इस्तीफे के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आज़मी के मुगल शासक औरंगज़ेब को लेकर दिए गए बयान पर महाराष्ट्र विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
बीजेपी और शिवसेना ने आज़मी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने और उन्हें निलंबित करने की मांग की, जबकि विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल मुंडे के इस्तीफे से ध्यान भटकाने के लिए यह मुद्दा उठा रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज की FIR, आज़मी ने दी सफाई
वहीं, ठाणे के वागले एस्टेट और नौपाड़ा पुलिस ने आज़मी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और मानहानि के आरोप में बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की। इस पर आज़मी ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ इतिहासकारों और लेखकों द्वारा कही गई बातों को दोहराया है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी अन्य महापुरुष का अपमान नहीं किया। यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है और इस कारण विधानसभा का बजट सत्र स्थगित करना महाराष्ट्र की जनता के साथ अन्याय है।
क्या कहा था आज़मी ने?
सोमवार को एक साक्षात्कार में आज़मी ने कहा था कि “औरंगज़ेब को सिर्फ एक क्रूर शासक के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि वह एक कुशल प्रशासक भी था, जिसने मंदिरों का निर्माण कराया।” उन्होंने यह भी कहा कि औरंगज़ेब के शासनकाल में भारत की सीमाएं अफगानिस्तान और बर्मा (अब म्यांमार) तक फैली थीं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि “छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगज़ेब के बीच का युद्ध धार्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक था।”
बीजेपी-शिवसेना का पलटवार
डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने आज़मी पर हमला बोलते हुए कहा, “आज़मी देशद्रोही हैं और उन्हें विधानसभा में बैठने का कोई अधिकार नहीं है। वे हमेशा से छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान करते रहे हैं।”
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी आज़मी पर निशाना साधते हुए कहा कि “जब भी बीजेपी मुश्किल में होती है, वह आज़मी की मदद लेती है। वह उनके कठपुतली हैं। उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए। लेकिन अगर ऐसा है, तो पूर्व राज्यपाल बीएस कोश्यारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने हमारे महापुरुषों का अपमान किया था।”
बीजेपी ने विपक्ष पर साधा निशाना
नई दिल्ली में बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आज़मी के बयान को पूरे भारतीय समाज का अपमान बताया और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह कांग्रेस और ‘इंडिया गठबंधन’ की पुरानी आदत है। कांग्रेस के सांसद इमरान प्रतापगढ़ी भी औरंगज़ेब की कब्र पर गए थे और वहां प्रार्थना की थी। कांग्रेस सत्ता पाने के लिए हिंदू-विरोधी मानसिकता दिखाने में भी औरंगज़ेब से आगे निकलने की होड़ में लगी है।” इस पूरे विवाद के चलते महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है और विधानसभा में सत्र बाधित होने से राज्य की जनता भी प्रभावित हो रही है।