धर्म डेस्क: सावन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के तौर पर मनाया जाता है। इस बार हरियाली अमावस्या की तिथि शनिवार (7 अगस्त) शाम 7 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी रविवार (8 अगस्त) को शाम 7 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगी। इस अमावस्या का हमारे ग्रंथों में विशेष महत्व दिया गया है।
पीपल, बरगद, केला, तुलसी और नींबू का पौधा लगाना है शुभकारी
पंडित दीप लाल जयपुरी ने बताया कि इस वर्ष श्रावण अमावस्या का व्रत व पर्व रविवार को रखा जाएगा, श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या, सावन अमावस्या और श्रावणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। श्रावणी अमावस्या के दिन पितृ पूजा, पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म करना उत्तम माना जाता है, हिंदू धर्म के अनुसार श्रावणी अमावस्या के पूजन के बाद नए पौधों रोपण किया जाता है। इस दिन पीपल, बरगद, केला, तुलसी, नींबू आदि का पौधा लगाना भक्तों के लिए मंगलमय और शुभकारी माना गया है।
अपनी राशि अनुसार पौधा लगाने का होगा विशेष लाभ
1.मेष- मेष राशि वाले को अपने राशि के स्वामी मंगल के मुताबिक लाल चंदन, अनार, नीबू, तुलसी और खैर का बीजारोपण करना चाहिए।
2.वृष- इस राशि वालों को अपने राशि स्वामी शुक्र के अनुसार गुलर (ऊमर), चमेली, नीबू और पलास का पौधा लगाना चाहिए।
3.मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध होता है।अपामार्ग, आम, कटहल, अंगूर, बेल और गुलाव के पौधे लगाने चाहिए।
4.कर्क- राशि का स्वामी चन्दमा है, पलाश, सफ़ेद गुलाव, चांदनी, मोगरा और गेंदा के पौधे लगाने चाहिए।
5.सिंह-राशि का स्वामी सूर्य है,अपामार्ग, लाल गुलाव, लाल गेंदा और लाल चन्दन का पौधे लगाना चाहिए।
6.कन्या- इस राशि का स्वामी बुध होता है।अपामार्ग, आम, कटहल, अंगूर, बेल और गुलाव के पौधे लगाना चाहिए।
7.तुला – इस राशि वालों को अपने राशि स्वामी शुक्र के अनुसार गुलर (ऊमर), चमेली, नीबू और पलास के पौधे लगाने चाहिए।
8.वृश्चिक- राशि वाले को अपने राशि स्वामी मंगल के अनुसार लाल चंदन, अनार, नीबू, तुलसी और खैर लगाना चाहिए।
9.धनु- राशि वालों का गुरु स्वामी होता है, पीपल, बरगद, पपीता और पीले चन्दन का पौधा लगाना चाहिए।
10.मकर- मकर राशि वालों को शनि देव का पेड़ शमी, तुलसी, आंवरी, सतावर और अमरुद का पौधा लगाना चाहिए।
11.कुंभ- राशि वालों को शनि देव का पेड़ शमी, तुलसी, आंवरी, सतावर और अमरुद का पौधा लगाना चाहिए।
12.मीन– राशि वालों का गुरु स्वामी होता है, पीपल, बरगद, पपीता और पीले चन्दन का पेड़ लगाना चाहिए।