विदेश डेस्कः चीन से बढ़ती चुनौतियों के बीच भारत और वियतनाम के बीच मंगलवार को 13वीं रक्षा वार्ता हुई। इस द्विपक्षीय वार्ता में भारत की तरफ से रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार और वियतनाम की ओर से वहां के उप रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल गुएन चिन शामिल हुए। वर्चुअल रूप से आयोजित इस बैठक में दोनों ने कोविड महामारी के कारण सीमित हो गए अवसरों के बावजूद मौजूदा रक्षा सहयोग की स्थितियों पर चर्चा की।
रक्षा क्षेत्र में नए सहयोग पर हुआ विचार-विमर्श
रक्षा सचिव और वियतनाम के उप रक्षामंत्री ने इस अवसर पर पीएम नरेन्द्र मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक के बीच गत वर्ष दिसंबर में संपन्न हुई वर्चुअल शिखर सम्मेलन हुआ था। इसमें कार्ययोजना पर विचार-विमर्श हुआ था। उसी संवाद को यहां आगे बढ़ाया गया। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के लिए की गई विभिन्न पहलों की प्रगति की समीक्षा की और व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत सशस्त्र बलों के बीच आगे सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि हाल के दिनों में दोनों देशों ने रक्षा उद्योग और प्रौद्योगिकी सहयोग में उल्लेखनीय प्रगति की है। साथ ही इस क्षेत्र में और भी अधिक सहयोग के लिए तत्पर हैं।