स्विजरलैंड में अब सभी सार्वजानिक स्थानों पर बुर्का पहनने की पाबन्दी है। अगर कोई महिला बुर्का पहनेगी तो उस पर $9828.84 का जुर्माना लगेगा स्विजरलैंड में इस प्रस्ताव को गिओरिगिया घिरिन्घल्ली (Giorgia Ghiringhalli) लेकर आये थे इस प्रस्ताव के पास होने पर उन्होंने कहा कि
“यह परिणाम सभी इस्लामी कट्टरपन्थियो’ को एक सन्देश है”
उन्होंने आगे कहा
“जो लोग घुलना-मिलना चाहते है चाहे वो किसी भी धर्म के हो उनका स्वागत है लेकिन वो जो हमारे मूल्यों पर प्रतिघात करते है और एक समानांतर समाज चलाना चाहते है अपने धार्मिक कानूनों के आधार पर और हमारे समाज पर थोपना चाहते है उनका स्वागत नहीं है”।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे एक “काला दिन” बताया है।
स्विज़रलैंड के टिकिनो ने इस पर 2013 में भी प्रतिबंद लगाया था पर उस पर सख्ती से पालन नहीं किया था क्योकि डर था की इससे पर्यटन उद्योग को काफी नुक्सान पहुचेगा। निकोलस सरकोजी ने जून 2009 में कहा था कि
“फ्रांस में धार्मिकता की वजह से चेहरे छुपाने वालो का स्वागत नहीं है। फ्रांस का कानून जबरदस्ती महिलाओ को बुर्का पहनने वालो से बचाने के लिए है और फ्रांस के पंथनिरपेक्ष मूल्यों को बनाए रखने के लिए है।”
इस तरह से इस कड़ी में आगे बेल्जियम और नीदरलैंड भी जुड़ गए है स्विज़रलैंड में 4 लाख मुस्लिम रहते है जो की जनसँख्या का 5% है।