8 दिसम्बर 1967 को भारत ने अपनी पहली सबमरीन आईएनएस कावेरी S(23) भारतीय नौसेना में शामिल की थी। तभी से इस दिन को भारतीय नौसेना सबमरीन डे के रूप में मनाती है। यह रूस में बनी सबमरीन थी। इसकी ट्रेनिंग भी रूस में ली गई थी जो 3 महीने चली थी। एक अखबार को दिए अपने इंटरव्यू के मुताबिक कमांडर पी.के रामनाथन ने कहा कि रूस में ट्रेनिंग उन्होंने रुसी भाषा में ही ली थी क्योकि उस समय रुसी कमांडर इंग्लिश नहीं जानते थे इसलिए ट्रेनिंग से लेकर आईएनएस कावेरी S(23) को भारतीय नोसेना में शामिल होने तक काफी चुनोती पूर्ण समय रहा। एक किस्से को याद करते हुए वह बताते है जिस दिन आईएनएस कावेरी S(23) को भारतीय नोसेना में शामिल किया जाना था तो हमे ओवरकोट दिया गया जो की कम स्तर का था क्योकि 8 दिसम्बर 1967 को -17०c तापमान था पर हमने निर्णय लिया की हम सामन्य सर्दी वाली वर्दी ही पहने गे जो देखने में भी अच्छी लग रही थी।
भारतीय नौसेना दुनिया की 7 वि बड़ी सेना में आती है। भारत के पास अभी 15 सबमरीन है वही हमारे पडोसी चीन के पास 56 सबमरीन है जो हमसे काफी आगे है। वही पाकिस्तान के पास 8 सबमरीन है। आइये एक नजर डालते है दुनिया के बड़े मुल्को की नौसेना में कितनी सबमरीन है।
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