प्यारे प्रधानमंत्री जी,
मैं आपके कार्य और उस कार्य को करने की आपकी उर्जा, क्षमता, उत्सुकता और लगन के लिए आप को धन्यवाद देता हूँ। आप जिस तरह देश का नेतृत्व कर रहे हैं और भारत व भारतीयता को विश्वभर में बढ़ावा दे रहे है। मै उसके लिए भी आपका धन्यवाद करता हूँ।
प्रधानमंत्री जी सभी भारतीयों को आपसे बहुत उम्मीदे है और उन सब में से मैं भी एक हूँ। प्रधानमंत्री जी मैं यंहा आपका ध्यान एक विषय पर लाना चाहता हूँ वैसे आप जिस तरह भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत वह सराहनीय है।
हाल ही में हमारे माननीय रक्षा मंत्री जी ने धन की कमी के चलते सेना की कुछ मांगों को मानने में असमर्थता जताई थी। हम यह समझ सकते है। हमे विकास करना है और भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार भी करना है। लेकिन जब पाकिस्तान जैसा देश अपनी जीडीपी का तीन प्रतिशत रक्षा क्षेत्र पर खर्च कर सकता है तो हम क्यों नहीं ? टाइम्स ऑफ़ इंडिया समाचार पत्र के मुताबिक इस साल हमने अपनी जीडीपी का 1.7% खर्च किया है। मैं आपसे आशा करता हूँ कि आप इसमें बढोतरी करेंगे।
मेरा सुझाव:
हमारी सेना को किसी भी कारण से आधुनिक हथियारों और उपकरणों की कमी न हो इसलिए आप से निवेदन है कि भारत साल में 26 जनवरी और 15 अगस्त से एक सप्ताह पहले “ भारत रक्षा” पर्व मनाए। इस पर्व के दौरान देश की जनता को एक बैंक अकाउंट उपलब्ध कराया जाए और देश की जनता से आप अपील करें कि वे दस रूपये से लेकर यथाशक्ति अकाउंट में पैसे जमा कराएं। ताकि उस जमा धन को सेना के आधुनिकरण और शोध-अनुसंधान पर खर्च किया जा सके। जब कभी सेना को धन की अावश्यकता पड़े इन दो अवसरों पर देश से सेना के लिए अपना सहयोग देने अपील की जाए। मै विशवास के साथ कह सकता हूँ। भारत की जनता सेना को कभी धन की कमी कभी नहीं होने देगी। जो लोग सीमा पर जाकर लड़ नहीं सकते। उन लोगो के मन में भी देश के लिए कुछ न कुछ करने का सपना होता है। अगर वह “भारत रक्षा” पर्व का हिस्सा बनेंगे तो उनमें भी आत्म संतुष्टि का भाव पैदा होगा कि उन्होंने भी देश की रक्षा में कुछ योगदान दिया है। इसलिए आप से पुनः निवेदन है कि इस सुझाव पर विचार करें और इसे अमल में लाएं।
धन्यवाद प्रधानमंत्री जी ।
रवि प्रताप सिंह ।