हमारे देश के रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर अमेरिका जाने वाले है और इसके साथ ही हम उस डील को भी अंतिम स्तर तक लाने में कामयाब होंगे जो 2008 से शुरू हुई थी। यह 2008 के बाद पहला अमेरिकी दौरा होगा किसी भारतीय रक्षा मंत्री का। जिसमे हमने अपने पुराने पड़ते सी किंग हेलीकाप्टर को सेवा निर्वेत करने से पहले, अपने हवाई बेड़े में शामिल करना चाहता है। दुनिया के सबसे बेहतरीन हेलिकोप्तेरो में से एक सी-हॉक एस-70 बी, जिसे दुनिया के बड़े देश अपनी नौसेना में इस्तेमाल कर रहे है।
अगर यह सोदा अपना अंतिम रूप ले लेता है तो “मेक इन इंडिया” कार्यकर्म के तहत इनका प्रोडक्शन भारत में होने लगेगा। बोइंग और लॉकहीड मार्टिन भी “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम के तहत आपचे हेलीकाप्टर और ऍफ़-16, ऍफ़-18 का भारत में उत्पादन का प्रस्ताव रख चुके है।
एक नजर इस हेलीकाप्टर की विशेषताओ पर:-
यह दो इंजनो वाला ताकतवर हेलीकाप्टर है, जो विभिन्न भूमिकाओ को निभा सकता है। यह एंटी-सबमरीन मिशन, एंटी-सरफेस वार, बचाव और राहत कार्य मे ओर भी दूसरी भूमिकाओ को बखूबी निभा सकता है। इसकी रफ़्तार है 270 किलोमीटर/घंटा और ये अधिकतम 15000 हजार फीट पर आसानी से जा सकता है।
अभी इसका इस्तेमाल दुनिया के बड़े देशो की नौसेनाए कर रही है जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, जापान आदि।