हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर के चुनाव में ‘पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ की नेता महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ खड़े हुए, नेशनल कांफ्रेंस के नेता इफ्तिखार हुसैन मिसगर ने मुख्यधारा की राजनीती को अलविदा कह दिया और भारत विरोधी नारो का समर्थन किया जो उनके निवास स्थान के बाहर लग रहे थे।
मिसगर ऐसे पहले राजनीतिज्ञ बन गए है जिसने मुख्यधारा की राजनीती को अलविदा कह दिया है। उनका त्यागपत्र तब आया जब हुर्रियत कांफ्रेंस ने सभी भारत समर्थक राजनितिक पार्टियों का सामाजिक बहिष्कार का आहवान किया था। मिसगर ने कहा-“मुझे कोई सुरक्षा नहीं चाहिए, मुझे मेरे लोगो की सुरक्षा चाहिए।” ये उसने अनन्तनाग में लोगो को सम्बोद्वित करते हुए कहा।
उसने भारत विरोधी नारे लगाते हुए कहा- ” भारत के आवानु में आग लगा दो आग लगा दो ”
ऐसा ही एक नारा और दिया गया ” भारत का जो यार है गद्दार है गद्दार है।”
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक मिसगर से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं सकी। पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माने जाने वाला अनंतनाग में प्रदर्शन के दौरान 8 जुलाई से अब तक 20 से ज्यादा लोग मारे गए जबकि 559 घायल हो गए।