गौरी लंकेश की हत्या…

मेरी बात

मैं पेशे से पत्रकार हूं इसलिए आज जब किसी पत्रकार की हत्या की खबर सुनता हूं तो मुझे ऐसे लगता है जैसे मेरे ऊपर ही हमला हुआ हो । गौरी लंकेश की हत्या जिसने भी की है, वह अपराधी है। उसे हर कीमत पर सजा मिलनी ही चाहिए। इसमें कोई दोराय नहीं है। किसी की हत्या को कोई भी भाषा या शब्दावली का इस्तेमाल कर न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। पत्रकार की अपनी विचारधारा हो सकती है। वह अपने आप को किसी भी विचारधारा के नजदीक पा सकता है। मेरी बोद्धिक क्षमता के अनुसार यह गलत नहीं है। 

गलत यह है जब खबर देते या लिखते समय, खबरों में अपनी विचार धारा का मिश्रण किया जाए। गलत यह है- जब एक समुदाय की गलती को छुपा लिया जाए और दूसरे की गला फाड़ के चिल्लाया जाए। यह सब गलत है। पत्रकार का काम सत्य और तथ्य को सबके सामने रखना है। न्यायाधीश बनकर जजमेंट सुनाना नहीं।
मै पत्रकारों की जमात में नया हूं। मुझसे अभी बहुत गलती होती होगी। शायद आगे भी हो क्योंकि मैं इंसान हूं । गलती कर के ही सीखता हूं। कभी खुद की गलती से कभी दूसरे की गलती से। पर हां, सीखने की कोशिश जरूर करता हूं। लेकिन, कभी मैं जजमेंट नहीं सुनाता। जैसे इस हत्या के बाद सुनाया गया है। खैर पुलिस अभी भी जांच कर रही है। हत्या किसने की प्रारंभिक जांच में उन्हें नहीं पता। पर राहुल गांधी को पता है। बड़े टीवी चैनलो के कुछ बड़े पत्रकारों को भी पता है कि हत्या किसने की है। 


यह वहीं लोग है जो हमेशा सत्य और तथ्य की बात करते है। लेकिन हर बार की तरह वह इस में भी सत्य और तथ्य से वंचित है। लेकिन पूर्वाह से ग्रसित मानसिकता की वजह से उन्होंने पहले ही दोषियों को पहचान लिया। इसके लिए इनका नाम गिनीज बुक अॉफ रिकार्ड में शामिल किया जा सकता है।
गौरी लंकेश वामपंथी विचारधारा की समर्थक थी। उनके लिए काफी काम किया करती थी और किस हद तक करती थी उसके लिए उनके अंतिम दो ट्वीट पढ़कर समझा जा सकता। 

हालांकि उनकी हत्या से पहले भी कुछ पत्रकारों की हत्या हुई लेकिन उन पत्रकारों की जीवन की ही तरह उनकी मौत भी गुमनामी की भेट चढ़ गई। उनकी हत्या पर आज की तरह देश के कुछ खास पत्रकारों ने हो हल्ला नहीं मचाया और न ही उनकी मौत से किसी नेता को कोई सियासी फायदा होना था। मैं उनका नाम लिख रहा हूं, गौरी लंकेश के अलावा आप इन्हें भी गुगल कर सकते है, हेमंत यादव, जगंद्रे सिंह, राजदेव रंजन।
हां, एक और बात गौरी लंकेश की जहां हत्या हुई है वहां कांग्रेंस की सरकार है पर आप उनसे कानून व्यवस्था को लेकर सवाल मत पूछिएगा।
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