देश की पहली मेट्रों ट्रेन कोलकाता में चली थी और अब गोबर से चलने वाली बस भी कोलकाता में ही नहीं बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया में बायोगैस से चलने वाली पहली बस है। इसके खर्चे की बात की जाएं तो यह एक रुपये में 17.5 किलोमीटर तक का सफर तय करेगी। एक तरह से यह देश में सस्ती परिवहन सेवा की शुरूआत है।
इस बस को लांच फोनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप ने किया। यह कंपनी वैकल्पिक उर्जा क्षेत्र में कार्य करती हैं। ज्योति प्रकाश दास के मुताबिक तीन साल पहले हमने अक्षय ऊर्जा मंत्रालय के सब्सिड़ी प्लान के तहत यह परिकल्पना की थी जिसे आज मूर्त रूप दिया गया है।
इस बस की लागत 13 लाख रूपये है जिसे अशोक लीलैंड ने तैयार किया। इसमें 54 सीट है। यह एक किलो गोबर गैस में छह किलोमीटर का माइलेज देगी। इसमें तैयार लगने वाली गोबर गैस बीरभूम जिले के दुबराजपूर स्थित अपने प्लांट में तैयार करी जाती है। एक किलो गोबर गैस के उत्पादन पर 20 रूपये की लागत आती है। बस में जर्मन टेक्नोलॉजी वाला इंजन इस्तेमाल हुआ है।