नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों कृर्षि कानूनों को रद्द करने का एलान कर दिया। पीएम मोदी के अचानक लिए इस कदम से विपक्ष और किसान नेता समेत सरकार के समर्थक भी हैरान हैं। लेकिन यहां सवाल उठता है कि जब यह आंदोलन निस्तेज हो चुका था। संयुक्त किसान मोर्चें के विभिन्न गुटों में फुट पड़ गई थी। किसान आंदोलन के टैंट खाली होने लगे थे। ऐसे में यह दलील पूरी तरह से गले नहीं उतरती, कि केवल किसानों के कारण ये तीनों कानून रद्द करने का निर्णय सरकार ने लिया है। इस कानून को रद्द करने के पीछे वो कौन कौन से कारण हैं ये जानने के लिये वीडियो को अंत तक जरूर देखिएगा।
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