टैक डेस्क: विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा को भी अब डिजिलॉकर (Digital Locker) प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ दिया है। अब पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले नागरिक डिजिलॉकर के जरिए अपने दस्तावेज जमा करा सकेंगे। आपको बता दें कि पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम के लिए डिजीलॉकर मंच का उद्घाटन किया गया है।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने डिजी लॉकर प्लेटफॉर्म का उद्घाटन करते हुए कहा है कि नागरिकों की मदद के लिए ही इसे लाया गया है। पासपोर्ट के लिए अब नागिरकों को ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स साथ में ले जाने की जरूरत नहीं होगी। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया है कि पासपोर्ट खोने और दोबारा जारी होने की स्थिति में ये सेवा काफी मददगार साबित होगी।
मोदी सरकार आने वाले समय में पासपोर्ट को डिजिलॉकर में एक दस्तावेज के तौर पर भी शामिल करने पर विचार कर रही है।
किस तरह काम करता है डिजिलॉकर
डिजिलॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर है जहां आप अपने डॉक्यूमेंट्स जैसे एजुकेशनल सर्टिफिकेट्स, ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, हेल्थ पॉलिसी या मोटर पॉलिसी, पैन कार्ड और वोटर आईडी आदि जरूरी दस्तावेज डिजिटली स्टोर कर सकते हैं। इसे वर्ष 2015 में लॉन्च किया गया था। इसमें यूजर को 1जीबी स्पेस मिलती है जिसमें आप अपने डॉक्यूमेंट्स सुरक्षित तरीके से स्टोर कर सकते हैं।