अम्बाला डेस्कः हरियाणा संस्कृत भारती ने गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संस्कृत को कक्षा-3 से 12वीं तक अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने की मांग रखी। साथ ही संस्कृत विषय के रिक्त पदों पर शिक्षकों की शीघ्र भर्ती, गुरुकुलों को मान्यता देने, शास्त्री व आचार्यों को बीए और एमए के समकक्ष मान्यता देने का निवेदन किया।
डीसी को ज्ञापन देने के लिए हरियाणा संस्कृत भारती के प्रांत मंत्री डॉ. जोगिंद्र, प्रांत संपर्क प्रमुख डॉ. सोमेश्वर, विभाग संयोजक, ईशम सिंह, जिला संयोजक अमनदीप कौशिक समेत हरियाणा संस्कृत अध्यापक संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार शास्त्री, पूर्व प्रधान जितेंद्र शास्त्री, तेजपाल शास्त्री, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला संघचालक प्रदीप खेड़ा, अधिवक्ता परिषद से संदीप सचदेवा, विवेक सचदेवा, संजय कौशिक, जसबीर सैनी, हरियाणा कुटुम्ब प्रबोधन से सुरेंद्र मित्तल, हिंदू सभा से प्रेम शर्मा, स्वदेशी जागरण मंच से अजय शर्मा, विश्व हिंदू परिषद से राजेंद्र बंसल, भाजपा विधायक असीम गोयल के प्रतिनिधि के रूप में रितेश गोयल, सुरेश सहोता, टोनी गोयल, वीनु गर्ग, जीना शास्त्री, ममता सैनी, छात्र संयोजिका संस्कृत भारती की कुमारी अंचल समेत संस्कृत के अनेक विद्वान शामिल थे।