नेशनल डेस्कः भारतीय संस्कृति में प्रवचन देने का अधिकार उसे ही है जो संसारिक सुखों को त्याग चुका है यानि साधु। साधु को संग्रह का अधिकार नहीं है और न ही साधु संग्रह करते हैं। उसी तरह प्रवचन भी वहीं दें जो उसे जीवन में उतार चुके हैं। होली, दिवाली या अन्य कोई सनातन त्यौहार आता है प्रवचन देने वालों की लंबी लाइन लग जाती है। कंपनियां सामान बेचने की आड़ में प्रवचन पेलने लगती हैं। पिछले कुछ वर्षों में ज्ञान पेलने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ गई है। इन कंपनियों में एक और नाम जुड़ गया है सीएट टॉयर्स का। दिवाली पर वायू प्रदूषण, गणेष विसर्जन पर नदी प्रदूषण, होली पर पानी बचाओ मुहीम जैसे अनेक विज्ञापन आप अब तक देख ही चुके हैं। हैरान करने वाली बात तो ये है कि इन सब ज्ञान पेलू कंपनियों और बॉलीवुड सितारों की बुद्धि सनातन धर्म के त्यौहारो पर ही चलती है। आज हम आपके सामने आंखे और दिमाग दोनों खोलने वाले कुछ फैक्ट रखने वाले हैं।
उसके लिए ये वीडियो अंत तक जरूर देखिएगा।