
एसीपी राजेन्द्र सिंह
दिल्ली डेस्क: एसीपी राजेन्द्र सिंह, जिनको ‘कलकल’ के नाम से भी जाना जाता है, यह सिद्ध करते हैं कि अनुशासन, रचनात्मकता और कर्तव्य साथ-साथ चल सकते हैं। दिल्ली पुलिस, जो सामान्यतः कड़ाई, कानून प्रवर्तन और अडिग कर्तव्य की छवि के लिए जानी जाती है, एसीपी सिंह ने यह साबित किया कि खाकी सिर्फ कठोरता का प्रतीक नहीं है, बल्कि कला, संस्कृति और कविता का भी एक हिस्सा हो सकती है।
राजेन्द्र सिंह ‘कलकल’ न केवल एक सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) हैं, बल्कि एक प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट और कवि भी हैं, जिनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें कई प्रमुख व्यक्तियों से सराहना प्राप्त की है, जिनमें भारतीय राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन शामिल हैं।
उनके बनाए गए कार्टूनों को अत्यधिक सराहना मिली है। जब डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने उनका कार्टून देखा, तो उन्होंने लिखा, “वैरी गुड कार्टून,” जो कि सिंह की कला में दी गई सूक्ष्मता और संवेदनशीलता को दर्शाता है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, क्रिकेट आइकन कपिल देव, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और तिब्बती धार्मिक नेता दलाई लामा जैसे प्रमुख हस्तियों ने भी उनके कार्यों की सराहना की है।

उनकी कविता और साहित्यिक रचनाएँ जीवन के कठोर, चुटीले और प्रेरणादायक पहलुओं पर आधारित होती हैं। सिंह अपने काव्यात्मक कार्यों में शार्प व्यंग्य के साथ समाज की आलोचना करते हैं। इसके अलावा, वह जीवन के तनावों से मुक्ति पाने के लिए प्रेरक कक्षाएँ भी आयोजित करते हैं, जिनमें गीता की शिक्षाओं पर आधारित टिप्स दिए जाते हैं। यह कक्षाएँ बच्चों, युवाओं, प्रौढ़ों और बुजुर्गों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हैं।
इसके अलावा, राजेन्द्र सिंह दिल्ली पुलिस संग्रहालय के संस्थापक और शोधकर्ता भी हैं, जहाँ पुलिस के ऐतिहासिक पहलुओं पर महत्वपूर्ण शोध कार्य किए गए हैं। संग्रहालय में स्वतंत्रता से पहले की पुलिस यूनिफॉर्म, बंदूकें, पुलिस थानों की पहचान और बहुत सारी अन्य रोचक वस्तुएं संग्रहित हैं। सिंह का योगदान दिल्ली पुलिस के इतिहास को समृद्ध करता है और उन्हें संग्रहालय और ‘हिस्ट्री एंड हेरिटेज बुक ऑफ दिल्ली’ जैसी महत्वपूर्ण कृतियों में पहचाना जाता है।
राजेन्द्र सिंह ‘कलकल’ की कला का प्रभाव दिल्ली पुलिस की वेबसाइट, कैलेंडर और पत्रिकाओं में भी देखा जा सकता है, जहां उनके बनाए गए कार्टून नियमित रूप से प्रकाशित होते हैं। यह उनके कला के प्रति प्रेम और योगदान को दर्शाता है।
उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण न केवल पुलिस कार्य में बल्कि कला और संस्कृति में भी एक उदाहरण पेश करता है। राजेन्द्र सिंह ‘कलकल’ एक आदर्श पुलिस अधिकारी के रूप में उभरते हैं, जो यह साबित करते हैं कि कठोर अनुशासन और रचनात्मकता का एक साथ होना संभव है।
राजेन्द्र सिंह ‘कलकल’ के प्रमुख कद्रदान:
- पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन
- भा.ज.पा. के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी
- बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन
- क्रिकेट आइकन कपिल देव
- तिब्बती नेता दलाई लामा
- अभिनेता अनुपम खेर
- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी
- पत्रकार राजत शर्मा और खुशवंत सिंह
- पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, शीला दीक्षित
- अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा
- दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना
राजेन्द्र सिंह ‘कलकल’ एक ऐसे उदाहरण हैं जो यह सिद्ध करते हैं कि कठोर अनुशासन और कला का संगम किया जा सकता है, और एक पुलिस अधिकारी न केवल अपनी कर्तव्यनिष्ठा से, बल्कि अपने रचनात्मक कार्यों से भी समाज को प्रेरित कर सकता है।