भारत और इजराइल मिलकर बराक-8 मिसाइल को विकसित कर रहे है जो बराक मिसाइल का ही विकसित रूप होगा। बराक-1 को भारत और इजराइल पहले से ही इस्तेमाल कर रहे है। बराक-8 किसी भी हवाई खतरे को रोकने में सक्षम है जैसे लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, एंटी-शिप मिसाइल, UAV’s और यह क्रूज मिसाइल को भी रोकने की काबिलियत रखता है।
इस मिसाइल को इजराइल ऐरोस्पस इंडस्ट्रीज (IAI) और भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन मिलकर विकसित कर रहे है। भारत में इसका उत्पादन भारत डायनामिक्स लिमिटेड करेगी इसकी पहली 32 मिसाइल आईएनएस कोलकत्ता में लगाई जाएगी और भविष्य में आईएनएस विक्रांत, आईएनएस विक्रमादित्य में लगाने का प्रस्ताव है।
मिसाइल की विशेषताए :
यह मिसाइल 4.5 मीटर लम्बी है और इसका वजन 275 किलोग्राम है जो अपने साथ 60 किलोग्राम का वारहेड ले जा सकती है। यह एक स्मोक्लेस मिसाइल है। इसकी अधिकतम गति 2 मैक है। इसकी मारक क्षमता 90 किलोमीटर है। यह एक साथ कई लक्ष्यों को लेके चल सकती है।
अभी इन बराक श्रेणी की मिसाइलो का इस्तेमाल भारत, इजराइल और भविष्य में पोलैंड कर सकता है । 26 नवम्बर 2015 को इसका सफल परिक्षण इजराइल ने किया है।