अब अमेरिका में भी पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठने लगी है। इसी साल जनवरी 2015 भी पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद की समीक्षा की बात उठ चुकी है। इस बात को उठाने वाले एड रॉयस यूनाइटेड स्टेट हाउस ऑफ़ फॉरेन अफेयर्स के चेयरमैन है इसलिए यह बात और भी महत्वपूर्ण हो जाती है और ऐसा भी नहीं है कि वह अकेले है जो पाकिस्तान के इस रवैये से परेशान है। पाकिस्तान के इस रवैये की चिंता अमेरिका की दोनों डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक पार्टी ने जाहिर की है।
एड रॉयस रिपब्लिक पार्टी के सांसद और यूनाइटेड स्टेट हाउस ऑफ़ फॉरेन अफेयर्स के चेयरमैन भी है। उनका कहना है कि पाकिस्तान जिस तरह से अपना परमाणु जखीरा बढ़ा रहा है जल्द ही वह दुनिया का तीसरा परमाणु शक्ति सम्पन्न देश बन जाएगा।
आगे वह कहते है कि पाकिस्तान वह देश जो अपने बजट का 5% हथियारों पर और शिक्षा पर 2.5% खर्च करता है।
अमेरिका की दोनों पार्टी के सदस्य ने पाकिस्तान की जमकर आलोचना की और उसे दी जाने वाली सहायता पर चिंता जाहिर की है। अभी तक पाकिस्तान को 30 $ बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद पाकिस्तान को दे चूका है। यह मदद वह 11 सितम्बर 2001 से दी जा रही है लेकिन यह सभी जानते है इस आर्थिक मदद का इस्तेमाल वह आतंक को भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है।
एड रॉयस आगे पाक्सितान को खरी खरी सुनाते हुए कहते है कि सेन बर्नार्डिनो में तफ्शीन मलिक ने 14 लोगो की हत्या कर दी। वह पाकिस्तान के एक मदरसे में बढ़ी लिखी थी जो नफरत फैलाता है।
एड रॉयस कहते है पाकिस्तान में नफरत और घृणा का की व्यवस्था है । हज़ारो मदरसे खाड़ी देशो के पैसे से चलते है जो घृणा सिखाते है। ये जिहादी पैदा करते है। मैंने पाकिस्तान की तीन बार यात्रा की है और उन्हें मदरसे रजिस्टर ही करने चाहिए और जो नफरत फैलाते है। उन्हें बंद कर देना चाहिए।