हरियाणा डेस्कः प्रदेश में पहली बार जेल रेडियों की शुरुआत पानीपत से हो चुकी है। हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह ने शनिवार यहां की जिला जेल में राज्य के पहले जेल रेडियो का शुभारंभ किया। इसका मकसद बंदियों के जीवन में सुधार, कुछ नयापन लाने का प्रयास है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े जेल मंत्री ने कहा कि यह कोशिश जेलों को सुधार गृह बनाने की तरफ एक बडा कदम है।
अम्बाला और पानीपत जेल के कैदियो की करवाई गई ट्रैनिंग
गत वर्ष दिसंबर, 2020 में फरीदाबाद, अंबाला और पानीपत जेल में बंदियों की ट्रेनिंग कराई गई थी। तिनका-तिनका फाउंडेशन ने जेल रेडियो स्टेशन शुरू कराने के लिए पहल की है। हरियाणा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोडा ने कहा कि जेल रेडियो की वजह से जेलों में संवाद की कमी पूरी होगी। हरियाणा जेलों के महानिदेशक केसेल्वराज ने बताया कि बहुत जल्द जिला जेल फरीदाबाद और केंद्रीय जेल अंबाला में भी जेल रेडियो शुरु कर किए जाएंगे।
प्रदेश की जेलो में हैं 18 हजार कैदी
हरियाणा में इस समय करीब 18 हजार बंदी जेलों में हैं। पानीपत जेल में फिलहाल 940 बंदी हैं। पहले चरण में पानीपत जेल के छह बंदियों को रेडियो जाकी बनने का मौका मिला है। इन्हें रेडियो जाकी की टीशर्ट और रेडियो स्किल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट भी सौंपा गया गया।
बैरक में सुन सकेंगे रेडियो
जेल रेडियो पूरी तरह से जेल का आतंरिक रेडियो स्टेशन होगा। बैरकों के बाहर स्पीकर लगाए गए हैं। रेडियो जाकी रोजाना अपने अनुभव साझा करेंगे व प्रेरक कहानी सुनाएंगे। इसके अलावा फरमाइश पर गीत सुनाएंगे और बंदियों की तरफ से पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देंगे। ये सवाल पर्ची के माध्यम से पूछे जाएंगे।
तिनका-तिनका फाउंडेशन की पहल
तिनका-तिनका फाउंडेशन ने जेल में रेडियो स्टेशन स्थापित करने की पहल की है। फाउंडेशन की संस्थापक डा.वर्तिका नंदा ने बताया कि उन्होंने तिहाड़ जेल में यह व्यवस्था देखी थी। तभी सोचा था कि अन्य जेलों में ऐसी शुरुआत कराएंगी। हरियाणा में उनकी पहल पर यह स्टेशन लग रहा है। जिला जेल, आगरा में 2019 में तिनका-तिनका फाउंडेशन ने जेल रेडियो स्थापित किया है। यह तिनका माडल आफ प्रिजन रिफार्म के तौर पर दूसरी कई और जेलों में स्थापित किया जाएगा।