वो पूछती है क्या सच में जुदा होंगे हम
वो पूछती है क्या सच में जुदा होंगे हम, मैंने कहा वक्त का सितम वक्त पर छोड़ दे,थोड़ा पास बैठ थोड़ा पहलु में रोन दे,समझ है उसे, की ये हो नहीं सकता,ख्वाब का जीवन है, जीना चाहती है वो,पूरी जिन्दगी न सही, कुछ पल चाहती है वो,रो बैठती है कभी-कभी,जब हौंसला टूटता है,मुझको पास रख […]
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