एक कैफे ऐसा भी…

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दिल्ली: आपने हर तरह के कैफे व रेस्टोरेंट के बारे मे सुना होगा जो अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए नए-नए ऑफर देते हैं। क्या कभी ऐसे कैफे के बारे में सुना है जो न केवल आपको स्वादिष्ट व्यंजन परोसता है, बल्कि वह आपको साइन लैंग्वेज भी सिखाता हो?
जी हां, ऐसा ही कैफे है साउथ दिल्ली के मोतीबाग में, जिसका नाम- ईकोज कैफे है। इसकी की खास बात है कि यहां काम करने वाला सारा स्टाफ मूक-बधिर हैं, जिनकी कुल संख्या 16 है। ग्राहक वेटर को बुलाने के लिए टेबल के पास ही मौजूद स्विच दबाते हैं, जिससे वेटर-रुम में लगा उसी टेबल नंबर वाला बल्ब जल उठता है और वेटर टेबल के पास जाकर ऑर्डर लेता है। यहां पर उपलब्ध मेन्यू कार्ड भी बिल्कुल अलग तरह का है। जिसे इस्तेमाल कर कस्टमर अपनी पसंदीदा चीजों का आर्डर दे सकते हैं। चम्मच, फोक इत्यादि वस्तु मंगाने के लिए प्ले कार्ड का इस्तेमाल किया जाता हैं।
यहां आने वाले ग्राहक खुश हैं। कैफे में आयी विनीता कहती है कि “उन्हें यहां आकर लगता ही नहीं कि ये लोग बोल और सुन नहीं सकते बल्कि यह चीजों को अलग तरह से प्रस्तुत करते हैं जो काफी आकर्षक होता हैं। मूक-बधिर लोगो को अपने पैरों पर खड़ा देख बेहद खुशी मिलती है”। उन्होंने बताया कि वह इस कैफे में आती है और अपने दोस्तों को भी यहाँ आने की राय देती हैं।  
कैफे के मालिक गौरव ने बताया कि “इसकी शुरूआत हम 6 दोस्तों ने मिलकर दिसंबर 2015 को की थी। कुछ अलग करने की चाह ने हमें यह आइडिया दिया। शुरूआती दिनों में हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि हमें खुद साइन लेंग्वेज नहीं आती थी इसलिए हमने पहले इसे सीखा और यहां के स्टाफ को भी सिखाया। अब सब आसान और सामान्य हो गया है। लोगों को यह कैफे बहुत भा रहा हैं। लोग बहुत संवेदनशील हैं। मूक- बधिर स्टाफ आकर्षण का केंद्र है।” उन्होंने बताया कि “हमने इसकी एक शाखा बेंगलुरु में भी खोली है, जिसने ग्राहकों के बीच जल्दी अपनी जगह बना ली है।”  


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